दगुडू नि रेणु सदानी दगडीया
तेरु भाग्य त्वे दगड ,मेरु भाग्य मै दगड
तेरु बाटू तेरा अगाडी, मेरु बाटू मेरा अगाडी (आगे )-2
कख लिजालू कुजाणी दगडीया
दगुडू नि रेणु सदानी दगडीया ...२
सुख मा दुःख मा मिली -जुली, दिन जो गेनी वी अपना
मेरी होट डी मा हँसी तेरी ,तेरु दर्द मेरा जिकुडा..२
अपणु -परायु नि जाणी दगडीया-2
दगुडू नि रेणु सदानी दगडीया ...२
तेरु..............................................
कांडा लग्या ई उमर उन्द ,नरके की गाई बिराली सी
बगत नी रुकी हाथ जोड़ी -जोड़ी ,बगदू गाई पाणी सी
पौणु सी आई ज्वानि दगडीया--२
दगुडू नि रेणु सदानी दगडीया ...२
तेरु .......................................
रई- सई भी कटी जाऊ जू ,यनी समलोण दे जा आज --२
दगडीया भोल कख तू -कख मी ,आखरी बेर भ्यटेजा आज --२
बगडी दे आँखीयू को पाणी दगडीया
दगुडू नि रेणु सदानी दगडीया ...२
तेरु भाग .......................................
बोझ हिया कु भया बीसा जा ,भूली बिसरी छूई बतलेजा-२
औ दगडीया सुख -दुःख बाटी ल्योला ,जिकुड़ी अदला -बदली के जा -२
दुःख से हार नी मानी दगडीया--२
दगुडू नि रेणु सदानी दगडीया ...२
तेरु .......................................
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