डाल्यूं ना काटा चुचो डाल्यूं ना काटा,
डाल्यूं ना काटा चुचो डाल्यूं ना काटा, तौं डाल्यूं ना काटा दिदों डाल्यूं ना काटा
भावार्थ- दोस्तो इन पेड़ों को मत काटो, दीदी इन पेड़ों को मत काटो, पेड़ कटेंगे तो मिट्टी बहेगी फिर न तुम्हारा घर रहेगा और न ही तुम्हारे खेत-खलिहान। जब खेती और घास-लकड़ी नहीं रहेगी तो बोलो तुम्हारे बाल-बच्चे क्या खायेंगे? पानी के श्रोत (नौले-धारे) सूखने लगेंगे फिर न पानी से नौले भर पायेंगे ना ही छोये (जमीन से निकल कर ऊपर आता हुआ पानी) फूटेंगे। गाड़-गधेरों (नदी-नालों) का पानी खो जायेगा, तब प्यास लगने पर क्या करोगे? बोलो!! गाय, भैंस, बकरियों का चारा और पक्षियों के आवास लुप्त हो जायेंगे (इस तरह पेड़ काटने से), फिर न फूल खिलेंगे न हरियाली रहेगी। अगर ऐसा हुआ तो पूरी दुनिया हम पहाड़ के लोगों का मजाक बनायेगी, तो भाई इन पेड़ों को मत काटो। इन पेड़ों का संरक्षण छोटे बच्चों के समान करो, इन्हें अपनी औलाद मानकर इन्हें पालो। सम्भव है कि अपनी सन्तान भी वक्त आने पर सहारा न दे लेकिन तब भी यही पेड़-पौधें तुम्हारे लिये अनाज-पानी की व्यवस्था करेंगे, इसलिये पेड़ों को मत काटो।
गीत
ना काटा…….., तौं डाल्यूं……..
डाल्यूं ना काटा चुचो डाल्यूं ना काटा, तौं डाल्यूं ना काटा दिदों डाल्यूं ना काटा
ना काटा…….., तौं डाल्यूं……..
डाल्यूं ना काटा चुचो डाल्यूं ना काटा, तौं डाल्यूं ना काटा दिदों डाल्यूं ना काटा (कोरस)
डालि कटेलि त माटि बगलि, डालि कटेलि त माटि बगलि,
कुड़ि ना, पुंगड़ि ना, डोखरि बचलि,
कुड़ि ना, पुंगड़ि ना, डोखरि बचलि (कोरस)
घास लाकेड़ा ना खेति ही रालि, घास लाकेड़ा ना खेति ही रालि,
बोल तेरि आस-औलाद क्या खालि..
बोल तेरि आस-औलाद क्या खालि.. (कोरस)
ना काटा…….., तौं डाल्यूं……..,
डाल्यूं ना काटा दिद्यूं डाल्यूं ना काटा, डाल्यूं ना काटा बुड़यौं डाल्यूं ना काटा
डाल्यूं ना काटा चुचो डाल्यूं ना काटा, तौं डाल्यूं ना काटा दिदों डाल्यूं ना काटा (कोरस)
धारा मंगारा पन्द्यारा सुखला,धारा मंगारा पन्द्यारा सुखला,
ना नौला भरेला ना छोया फुटाला,
हरच्येलु गाड़-गधेरुं कु पाणि,हरच्येलु गाड़-गधेरुं कु पाणि
तीस लगालि, उबलि क्या कैल्या
ना काटा…….., तौं डाल्यूं……..,
डाल्यूं ना काटा दिद्यूं डाल्यूं ना काटा, डाल्यूं ना काटा बुड़यौं डाल्यूं ना काटा
डाल्यूं ना काटा चुचो डाल्यूं ना काटा, तौं डाल्यूं ना काटा दिदों डाल्यूं ना काटा (कोरस)
गौड़ि, भैस्युं कु बखरयूं कु चारु,गौड़ि, भैस्युं कु बखरयूं कु चारु,
झपन्यालि डालि चखल्युं कु सारु
झपन्यालि डालि चखल्युं कु सारु (कोरस)
फूल खिलाला ना हैर्यालि रालि, फूल खिलाला ना हैर्यालि रालि,
दुनिया यु पहाड़ु कु ठठ्टा लगालि
दुनिया यु पहाड़ु कु ठठ्टा लगालि (कोरस)
ना काटा…….., तौं डाल्यूं……..,
डाल्यूं ना काटा दिद्यूं डाल्यूं ना काटा, डाल्यूं ना काटा बुड़यौं डाल्यूं ना काटा
डाल्यूं ना काटा चुचो डाल्यूं ना काटा, तौं डाल्यूं ना काटा दिदों डाल्यूं ना काटा (कोरस)
सैत्युं यूं डाल्यूं तैं नौन्याल जाणी, सैत्युं यूं डाल्यूं तैं नौन्याल जाणी,
पाला यूं डाल्यूं तैं औलाद मानि
औलाद भोलु कु रूठ भि जालि, औलाद भोलु कु रूठ भि जालि,
अनाज और दानि यु डालि ही द्यालि
ना काटा…….., तौं डाल्यूं……..,
डाल्यूं ना काटा दिद्यूं डाल्यूं ना काटा, डाल्यूं ना काटा बुड़यौं डाल्यूं ना काटा
डाल्यूं ना काटा चुचो डाल्यूं ना काटा, तौं डाल्यूं ना काटा दिदों डाल्यूं ना काटा (कोरस)
डाल्यूं ना काटा चुचो डाल्यूं ना काटा, तौं डाल्यूं ना काटा दिदों डाल्यूं ना काटा (कोरस)
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