ऊँचा नीसा डाडों मा, टेढ़ा मेढ़ा बाटों मा
ऊँचा नीसा डाडों मा, टेढ़ा मेढ़ा बाटों मा
भावार्थ : ऊंचे नीचे पहाडों में, टेढ़े-मेढ़े रास्तों में सरर सरर पम-पम करती हुई बस चली जा रही है। अरे भाई मुझे हाथ पकड़कर थोड़ा ऊपर तो खीचों मेरा पांव तो बाहर ही रह गया, अरे मेरी तो चना-गुड़ सब गिर गये….उठाओ ना भाई….। सिपाही जी नमस्कार, जय हिंद! अरे मैं आपको पहचानता हूँ आप चिते गांव के रहने वाले हैं ना, अरे मैं आपको भूला नहीं हैं। अरे ओ बीड़ी पीने वाले, ये बीड़ी पीना बन्द करता है या फोडूं तेरा सिर, चल बुझा इसे नहीं तो सारे खाये-पीये की उलटी हो जायेगी। अरे अरे…यह कौन है जो मेरे सर में चढ़ा जा रहा है, अरे कोई गाड़ी रोको रे, अरे मेरी जेब में किसने हाथ डाला रे, मेरे सर में जूता की ठकर ठक कैसे पड़ रही है। अरे ड्राइवर भाई, थोड़ा धीरे धीरे चला रे , कहां हवा में उड़ा जा रहा है, अरे भाई झटके लग रहे हैं, कोई दुर्घटना हो जायेगी, तब समझ आयेगा क्या… धीरे चला रे। अरे छोड़ो यार, यह दरवाजा खोलो, मुझे नीचे उतारो, ऐसे खड़े खड़े जाने से अच्छा है कि पैदल ही चलो, ना दुर्घटना का डर ना चोरी का, अपने तो पांव ही काफी हैं।
गीत
ऊँचा नीसा डाडों मा, टेढ़ा मेढ़ा बाटों मा,ऊँचा नीसा डांडो मा, टेढ़ा मेढ़ा बाटों मा
ऊँचा नीसा डाडों मा, टेढ़ा मेढ़ा बाटों मा, सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां…(कोरस)
सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली,
सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली, सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली (कोरस)
हे कलेंडर भैजी, कलेंडर भैजी
कलेंडर भैजी, कलेंडर भैजी (कोरस)
एक खुटू भुयें रैगे, ज़रा हाथ खैंची
चा-रा-रा-रा च्यां च्यां (कोरस)
चा-रा-रा-रा च्यां च्यां , खातेनी गुड़ चना भेली
सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली, सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली (कोरस)
जै हिंद सिपै दादा, समन्या सिपै दादा
जै हिंद सिपै दादा, समन्या सिपै दादा (कोरस)
चिते ग्युं मे बगसा तेरा, गरु किले च ज्यादा
ज़रा ज़रा हाँ हाँ (कोरस)
ज़रा ज़रा हाँ हाँ, दीदा रे मैं ते ना भूली
सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली, सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली (कोरस)
ए बीड़ी पिंडेंरा, बीड़ी पिंडेंरा
बीड़ी पिंडेंरा, बीड़ी पिंडेंरा (कोरस)
कन मुंडार ओ कर्यू तेरु, जरा फुंड त सिरा
भा-ला-ला-ला प्वां-प्वां (कोरस)
भा-ला-ला-ला प्वां-प्वां , उलटे झंगोरू झोली
सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली, सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली (कोरस)
कु छे रे निर्भे मौ का, हे बिटों गाड़ी रोका
कु छे रे निर्भे मौ का, हे बिटों गाड़ी रोका (कोरस)
मेरा कीसा उंड कोच्याली कैन, खुटू स्युं जुतों का
ठाका ठाकी ठ्यां ठ्य़ां (कोरस)
ठाका ठाकी ठ्यां ठ्य़ां, फूट गैनी मुंड कापली
सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली, सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली (कोरस)
ए डलेबर भाजी, डलेबर भाजी
डलेबर भाजी, डलेबर भाजी (कोरस)
क्या भतौं बन्यू छै रे दीदा, माठु-माठु चला दी
फा-रा-रा-रा फ्वां-फ्वां (कोरस)
फा-रा-रा-रा फ्वां-फ्वां, कु जणी भै तब जाख पहुंचैली
सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली, सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली (कोरस)
ए चूचों खिड़की खोला, खोला रे खिड़की खोला
ए चूचों खिड़की खोला, खोला रे खिड़की खोला (कोरस)
भगोसे ग्यूं खड़ा खाडी, चला हिटीकी जौंला
ना भय च भैरे चोरो (कोरस)
ना भय च भैरे चोरो , एई मोटर से खुटी भली
सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली, सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली (कोरस)
ऊँचा नीसा डांडो मा, टेढ़ा मेढ़ा बाटों मा
ऊँचा नीसा डाडों मा, टेढ़ा मेढ़ा बाटों मा, सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां…(कोरस)
सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली,
सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली, सा-रा-रा-रा प्वां-प्वां, चली भै मोटर चली (कोरस)
चली भै मोटर चली, चली भै मोटर चली, चली भै मोटर चली (कोरस)
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