टक्क त ज्यूंनि पर लगि मि भुया किलै देखूं, भुया किलै देखूं
टक्क त ज्यूंनि पर लगि मि भुया किलै देखूं, भुया किलै देखूं
भावार्थ : एक नवयुवक कहता है, मेरी नजर तो आसमान की चांदनी पर टिकी है मैं भला नीचे किसलिये देखूं? अभी मेरी उमर हौंस (मेरे शौक) पूरे करने की है, इसलिये मुझे कोई कुछ ना बोले (समझाने की कोशिश न करे)।
मैं तो एक बहती हुई धारा है, जरा कोई मुझे बांध कर तो देखे! इस तेज बहती धारा मैं कोई भी बह सकता है, इसलिये बेहतर यही होगा कि इसके रास्ते से हट जायें जवानी के इस उबाल (जोश) को संभालना अब किसी के बस की बात नहीं है। अभी मेरी उमर हौंस (मेरे शौक) पूरे करने की है, इसलिये मुझे कोई कुछ ना बोले (समझाने की कोशिश न करे)।
मैं कभी किसी के सपनों में आता हूँ और कभी किसी को अपने सपनों में बुलाता हूँ, कभी किसी की नींद और चैन छीन लेता हूँ और कभी मेरे कारण कुछ लोग हँसते हैं तो कुछ रोते भी हैं। मैं तो एक मायादार भंवरा हूँ, सुन्दर फूलों का रसिक हूँ। अभी मेरी उमर हौंस (मेरे शौक) पूरे करने की है, इसलिये मुझे कोई कुछ ना बोले (समझाने की कोशिश न करे)।
मैं उस तेज बहते हुए पानी की तरह हूँ जो एक जगह टिक नहीं सकता, मैं दूसरे की कमाई में मजे से खातापीता हूँ, जब मेरे बाप-दादा ने मेरी खातिर इतना सारा पैसा कमाया है तो मैं भला पढलिख कर क्या करुंगा? अभी मेरी उमर हौंस (मेरे शौक) पूरे करने की है, इसलिये मुझे कोई कुछ ना बोले (समझाने की कोशिश न करे)।
ये बुजुर्ग लोग और इनकी टोकाटोकी मुझे कतई पसन्द नहीं है, कोई कुछ भी कह ले, मुझ पर किसी के कहने,समझाने से कोई असर नहीं पड़ने वाला, दो दिन की तो ये जिन्दगी है, आखिर मैं इसे रो-रो कर क्यूँ गुजार दूँ? अभी मेरी उमर हौंस (मेरे शौक) पूरे करने की है, इसलिये मुझे कोई कुछ ना बोले (समझाने की कोशिश न करे)।
गीत
टक्क त ज्यूंनि पर लगि मि भुया किलै देखूं, भुया किलै देखूं
हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं, हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं
टक्क त ज्यूंनि पर लगि मि भुया किलै देखूं, भुया किलै देखूं
हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं, हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं
धार को बतौंऊं छौंऊं, बांधि की त देखा जरा, बसग्यालि नयार छौंऊं, बौगि ज्यैला फुण्डै सरा
ओ धार को बतौंऊं छौंऊं, बांधि की त देखा जरा, बसग्यालि नयार छौंऊं, बौगि ज्यैला फुण्डै सरा
ज्वानि को उमाल यो, ओ ओ हो हो हो, हो हो हो, ज्वानि को उमाल यो, बस का नीछ कैकु
हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं, हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं
टक्क त ज्यूंनि पर लगि मि भुया किलै देखूं, भुया किलै देखूं
हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं, हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं
कैका सुपिन्या में मि जांदु, कैते सुपन्यूं मां बुलांदु, कैकि निन्द लुछदु, चैन कै हसांदु कै रुलांदु
कैका सुपिन्या में मि जांदु, कैते सुपन्यूं मां बुलांदु, कैकि निन्द लुछदु चैन, कै हसांदु कै रुलांदु
मायादार भौंरु छौंऊं, ओ ओ हो हो हो, हो हो हो, मायादार भौंरु छौंऊं, रसिया छौ फुलूं कुं
हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं, हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं
टक्क त ज्यूंनि पर लगि मि भुया किलै देखूं, भुया किलै देखूं
हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं, हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं
बौंड़ु मां को पाणी कखि, रुकदु ना समान्दु छौंऊं, बिराणि पिठि मां खान्दु-करदु ना कमान्दु छौंऊं
ओ बौंड़ु मां को पाणी कखि, रुकदु ना समान्दु छौंऊं, बिराणि पिठि मां खान्दु-करदु ना कमान्दु छौंऊं
ब्वै बाबू कमायुं च , ओ ओ हो हो हो, हो हो हो, ब्वै बाबू कमायुं, कै कर पढाई लिखै कूं
हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं, हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं
टक्क त ज्यूंनि पर लगि मि भुया किलै देखूं, भुया किलै देखूं
हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं, हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं
भला नि लगदा दाना सयाणा, टोकाटोकि मैं नि स्वान्द , मैं परैं बुल्युं नि लगद, अड़ायु समझ नि आन्द
भला नि लगदा दाना सयाणा , टोकाटोकि मैं नि स्वान्द मैं परैं बुल्युं नि लगद, अड़ायु समझ नि आन्द
द्वि दिन जवानि यो , ओ ओ हो हो हो, हो हो हो द्वि दिन जवानि यो , रवै-रवै कि बितु कैकु
हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं, हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं
टक्क त ज्यूंनि पर लगि मि भुया किलै देखूं, भुया किलै देखूं
हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं, हौंसिया उमर च मेरि कुछ ना बोल मैंकूं
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