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फ़रवरी, 2015 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

तीले धारु बोला मधुली हिरा हीर मधुली

तीले   धारु   बोला   मधुली   हिरा   हीर   मधुली   तीले   धारु   बोला   मधुली   हिरा   हीर   मधुली ... 2 काटू   च   असिना   मधुली   काटू   च   असिना - 2 दिखेना   की   छोटी   मोती   माया   की   मशीन   -2 होए   होए   होए   अरे   माया   की   मशीन   मधुली   हिरा   हीर   मधुली   बे   माया   की   मशीन   मधुली   हिरा   हीर   मधुली   तीले   धारु   बोला   मधुली   हिरा   हीर   मधुली ...२ आन्ग्दा   की   काखी   मधुली   आन्ग्दा   की   काखी - 2 जिकुड़ी कुर   काटी   खंडी   रत्न्याली   आणखी - 2 होए   होए   होए   रत्न्याली   आणखी   मधुली   हिरा   हीर   मधुली   रे   रत्न्याली   आणखी   मधुली   हिरा   हीर   मधुली   तीले   धारु   बोला   मधुली   हिरा   हीर   मधुली ...२ गूंजी   जालू   आतु   मधुली   गूंजी   जालू   आतु - 2 म्यार   मठेना   ऐ   मधुली   धरा   धरी   बटु - 2 होए   होए ... होए    .. धरा   धरी   बातु   मधुली   हिरा   हीर   मधुली   धरा   धरी   बातु   मधुली   हिरा   हीर   मधुली , बे   तीले   धारु   बोला   मधुली   हिरा   हीर   मधुली   तीले   धारु   बोला   मधुली   हिरा   हीर   मधुली  

यो बाटो कां जान्या होला सुरा - सुरा देवी का मंदीरा |

यो बाटो कां जान्या होला सुरा - सुरा देवी का मंदीरा | चमकनी गिलास सुवा रमकनी चाहा छ | तेरी - मेरी पिरीत को दुनिये ड़ाहा छ | यो बाटो कां जान्या होला सुरा - सुरा देवी का मंदीरा | जाई फ़ुली , चमेली फुली , देणा फुली खेत | तेरो बाटो चानै - चानै उमर काटी मेता | यो बाटो कां जान्या होला सुरा - सुरा देवी का मंदीरा | गाडा का गडयार मारा दैत्या पिसचे ले | मैं यो देख दुबली भ्यूं तेरा निसासे लै | यो बाटो कां जान्या होला सुरा - सुरा देवी का मंदीरा | तेरा गावा मूंगे की माला मेरा गावा जंजीरा | तेरी - मेरी भेंट होली देबी का मंदीरा | यो बाटो कां जान्या होला सुरा - सुरा देवी का मंदीरा | अस्यारी को रेट सुवा अस्यारी को रेट |   यो दिन यो मास आब कब होली भेंट | यो बाटो कां जान्या होला सुरा - सुरा देवी का मंदीरा 

हो सरग तारा , जुन्याली रात|

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बहुत पुराना कुमांऊनी लोक गीत - हो सरग तारा , जुन्याली रात | को सुनलो यो मेरी बात ? पाणी को मसिक सुवा पाणी को मसिक | तू न्है गये परदेस मैं रूंली कसीक ? हो सरग तारा , जुन्याली रात , को सुनलो यो मेरी बात ? विरहा कि रात भागी , विरहा की रात | आखन वै आंशु झड़ी लागी वरसात | हो सरग तारा , जुन्याली रात , को सुनलो यो मेरी बात ? तेल त निमडी गोछ , बुझरोंछ बाती | तेरी माया लै मेडी दियो सरपे कि भांति | हो सरग तारा , जुन्याली रात , को सुनलो यो मेरी बात ? अस्यारी को रेट सुवा , अस्यारी को रेट | आज का जईयां बटी कब होली भेंट | हो सरग तारा , जुन्याली रात , को सुनलो यो मेरी बात

कब आलो ह्यूंद मंगसिर मैना

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  कब आलो ह्यूंद मंगसिर मैना   हे ज्योरू हे ज्योरू मिन दिल्लि जाण हे ज्योरू मिन दिल्लि जाण   होटल की रुट्टी मिन उखी खांण   आलू प्याजौ बणाइ साग घुमणो क जाण मीन करोलाबाग हे ज्योरू मिन दिल्लि जाण   प्याई च सिगरेट फेंकी चिल्ला   घुमणो क जाण मीन लाल किल्ला हे ज्योरू मिन दिल्लि जाण   हे ज्योरू मिन दिल्लि जाण   गोभी की भुज्जी उखी खाण

होली नजदीक है. और पहाड़ की होली तो और भी मजेदार होती

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होली नजदीक है. और पहाड़ की होली तो और भी मजेदार होती है. पहाड़ में झंडी का कटना , फिर उसे लाल पीले कपड़ों से सजाना , और झुण्ड में उसे लेकर जाना. और फिर झुण्ड में होली के गीतों का गाना. कई लोग होली का बड़े दिनों से इंतजार करतें हैं क्योंकि होली में पीने के बाद गाने में बहुत मजा आता हैं नंदप्रयाग में तो खड़ीं होली में तो समां ही बंध जाता है. हम तो इस दिन के लिए तेयार रहतें हैं. हारमोनियम तथा ढोलक वाले को भी बड़े मुद्दत के साथ जोड़ना पड़ता है क्योंकि वही तो रंग जमाते हैं. पहाड़ में होली ऐसा त्यौहार है जेसे आज टेलीविजन पर गीतों की सारेगामा. लोग होली में गाने के लिए इंतजार करते हैं. होली   के कुछ गानों को हम आपके सम्मुख पेश कर रहें हैं जो हमारे यहाँ पारंपरिक रूप से गाये जातें हैं. हम इन गीतों को और अधिक लोगों के सामने लाना चाहतें हैं. आज जिस तरह लोग पारंपरिक गीतों से दूर हो रहें हैं तथा फूहड़ गीतों को पसंद कर रहें हैं. वही हम इन गीतों के माद्यम से अपनी संस्कृति को और अधिक बढावा देना चाहतें हैं. होली के कुछ सुन्दर गीत जो मैं यहाँ पर रख रहा हूँ.   अच्छा जगजी मेरो मन लागो रे लाल.   अच्छ