एक बोनु च उठा कलम , पट विचार का खोल


एक बोनु च उठा कलम , पट विचार का खोल
हेन्कू बोनु च चुप रे बगोट के खुण कुछ न बोल

मकड़ा का जाला ढुन्ग अल्जियु च, घप्रोल होयु च यार
तार थे थींची कील बाणाणा छन, कील थे खेंची तार

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