दारू नि प्येंदु.... मि हे राम राम... रम्म रम्म रम्म रम्म ---
दारू नि प्येंदु.... मि हे राम राम...
रम्म रम्म रम्म रम्म ---

दारू नि प्येंदु.... मि हे राम राम...
रम्म रम्म रम्म रम्म ---
शिकार नि खांदु..... सिरी-श्री......
नेता समाज सुधारक छौंऊं... भज गोबिन्दम भजो हरि ...
भज गोबिन्दम भजो हरि.... हे प्रभु अब तू ही रक्षा करी....
तुमरैं गुठ्यारो गोर छऊं... भोट डऴयाँ जरा देख चरी ...
जातिकु थातीकु भित्राकु भैराकु... "ख " अर "ब " कू ख्याल करी
दारू कछमोळी तुमुनै हि खाण -- तुमरी जीत च जीत मेरी...
भज गोबिन्दम भजो हरि.... हे प्रभु अब तू ही रक्षा करी....
फिकर नि कर हे दरिद्र नारेंण... लोन मंजूर करौलु त्यरु ...
तेरि ग़रीबि कि गवैई दयोलु... ऐंसू भि हौऴ लगैदे म्यरु
गंठखुलै देजा करजा ल्हीजा - आँखा बूजी अंगोठ धरी...
भज गोबिन्दम भजो हरि.... हे प्रभु अब तू ही रक्षा करी.....
बाब अर दादा भि नेता छा मेरा... मी भी छौं औलाद भि राली....
नेतागिरी को ठेक्का लियुंचा... लाख जोड्यावा लाख दया गाळी
ई जोनिम भी वीं जोनिम भी-- नेता छौं नेता हि रौलु मरी....
भज गोबिन्दम भजो हरि.... हे प्रभु अब तू ही रक्षा करी....
खादी पैर-पैरी छाल़ा पड्यांन.... धारना हड़तालुन टुटिनि भटयूड...
भाषण देकी जीब छणयेगे... गाळी सुण-सुणी फुटुनि कन्दुड
कुर्सिका खातिर मर-मिट जौलू - छौड़ी नि सकदू नेता गिरी....
भज गोबिन्दम भजो हरि.... हे प्रभु अब तू ही रक्षा करी....
गरीबू कि सेवाकु बर्त लियूँ चा... नेता भि छौं ठेकदार भि छौंऊ....
ब्योला-ब्योल्यूँकू बऴद-भैंस्युकु... व्योपारी गलेदार भि छौंऊ
सबि कुछ छौं पर मनखि नि छौं मी - दयब्ता बणयूँ छौं घड़ेलु धरी...
भज गोबिन्दम भजो हरि.... हे प्रभु अब तू ही रक्षा करी....
खेत खल्याण बंटुलू सबुमा... येकि पुंगूडी वेका नौंऊं....
बेरोजगारू रोजगार दिलाणु... दारू चुआणू गौंऊं गौंऊं
राजनीति भनाणा छिन लोग - सुदि मुदि मेरु बदनाम करी....
भज गोबिन्दम भजो हरि.... हे प्रभु अब तू ही रक्षा करी....
दारू नि प्येंदु.... मि हे राम राम.... रम्म रम्म रम्म रम्म --
शिकार नि खांदु.... सिरी-श्री........
नेता समाज सुधारक छौंऊं... भज गोबिन्दम भजो हरि ....
भज गोबिन्दम भजो हरि.... हे प्रभु अब तू ही रक्षा करी......
रम्म रम्म रम्म रम्म ---

दारू नि प्येंदु.... मि हे राम राम...
रम्म रम्म रम्म रम्म ---
शिकार नि खांदु..... सिरी-श्री......
नेता समाज सुधारक छौंऊं... भज गोबिन्दम भजो हरि ...
भज गोबिन्दम भजो हरि.... हे प्रभु अब तू ही रक्षा करी....
तुमरैं गुठ्यारो गोर छऊं... भोट डऴयाँ जरा देख चरी ...
जातिकु थातीकु भित्राकु भैराकु... "ख " अर "ब " कू ख्याल करी
दारू कछमोळी तुमुनै हि खाण -- तुमरी जीत च जीत मेरी...
भज गोबिन्दम भजो हरि.... हे प्रभु अब तू ही रक्षा करी....
फिकर नि कर हे दरिद्र नारेंण... लोन मंजूर करौलु त्यरु ...
तेरि ग़रीबि कि गवैई दयोलु... ऐंसू भि हौऴ लगैदे म्यरु
गंठखुलै देजा करजा ल्हीजा - आँखा बूजी अंगोठ धरी...
भज गोबिन्दम भजो हरि.... हे प्रभु अब तू ही रक्षा करी.....
बाब अर दादा भि नेता छा मेरा... मी भी छौं औलाद भि राली....
नेतागिरी को ठेक्का लियुंचा... लाख जोड्यावा लाख दया गाळी
ई जोनिम भी वीं जोनिम भी-- नेता छौं नेता हि रौलु मरी....
भज गोबिन्दम भजो हरि.... हे प्रभु अब तू ही रक्षा करी....
खादी पैर-पैरी छाल़ा पड्यांन.... धारना हड़तालुन टुटिनि भटयूड...
भाषण देकी जीब छणयेगे... गाळी सुण-सुणी फुटुनि कन्दुड
कुर्सिका खातिर मर-मिट जौलू - छौड़ी नि सकदू नेता गिरी....
भज गोबिन्दम भजो हरि.... हे प्रभु अब तू ही रक्षा करी....
गरीबू कि सेवाकु बर्त लियूँ चा... नेता भि छौं ठेकदार भि छौंऊ....
ब्योला-ब्योल्यूँकू बऴद-भैंस्युकु... व्योपारी गलेदार भि छौंऊ
सबि कुछ छौं पर मनखि नि छौं मी - दयब्ता बणयूँ छौं घड़ेलु धरी...
भज गोबिन्दम भजो हरि.... हे प्रभु अब तू ही रक्षा करी....
खेत खल्याण बंटुलू सबुमा... येकि पुंगूडी वेका नौंऊं....
बेरोजगारू रोजगार दिलाणु... दारू चुआणू गौंऊं गौंऊं
राजनीति भनाणा छिन लोग - सुदि मुदि मेरु बदनाम करी....
भज गोबिन्दम भजो हरि.... हे प्रभु अब तू ही रक्षा करी....
दारू नि प्येंदु.... मि हे राम राम.... रम्म रम्म रम्म रम्म --
शिकार नि खांदु.... सिरी-श्री........
नेता समाज सुधारक छौंऊं... भज गोबिन्दम भजो हरि ....
भज गोबिन्दम भजो हरि.... हे प्रभु अब तू ही रक्षा करी......
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