हिवांलि कांठि चांदि की बणि गैनि
हिवांलि कांठि चांदि की बणि गैनि
चम चमा चम, चम-चम चम-चम चम्म चमकि, चमकि चम्म चमकि घाम कांठ्यूं मां
भावार्थ : चमकता हुआ घाम (धूप) बर्फीली चोटियों पर पड़ता है तो ऐसा लगता है मानो हिमाच्छादित यह चोटियां चांदी की बन गईं हो। सबसे पहले (सूरज की पहली किरण) भगवान शिव के धाम, कैलाश पर्वत पर पड़ती है, फिर उसका यथोचित अभिवादन करते हुए बद्री के धाम (बद्रीनाथ) पहुंच जाती है। तेजी से फैलते हुए फिर यह धूप सभी डांडो (छोटे शिखरों) तक पहुंच जाती है। पेड़-पौधों पर आराम कर रहे परिन्दे और अन्य जानवर जाग जाते हैं।
धीरे-धीरे बढती धूप जब फूल-पत्तियों पर पड़ती है तो वह ऐसे पुलकित हो उठती हैं मानो उन्हें किसी ने गुदगुदी लगा दी हो। शाखाओं में खिल रहे फूल ’खिच्च’ करके हंसने लगते हैं (प्रफ़ुल्लित हो जाते हैं)। भंवरे और कीट पतंगे भी झूमने लगते हैं।
पहाड़ों की चोटियों को जागृत करने के बाद अब धूप किसी गांव में पहुंचती है जहां कोई बेटी-बहू पने घरों में गहरी नींद के आगोश में हैं। जैसे ही धूप उनकी आंखों को छूती है, आंखों के सुनहरे सपने जाने कहां गुम हो जाते हैं। सुबह उठ कर पंदेरे (पानी के श्रोत) के पास पानी भरने गई महिलाएं गप्प मारने में इतनी मशगूल हो जाती हैं कि उनके पानी के बर्तन भर कर झलकने लगते हैं लेकिन बातें पूरी होने को नहीं आती। तब उनके चेहरों पर सुनहरी धूप की किरण पड़ती है और वो सुन्दर चेहरे सोने की भांति चमकने लगते हैं।
दोपहर में जब जंगलों में गई हुई महिलाएं धूप की तपिश से बचने के लिये अपना बोझ उतारकर किसी पेड़ की छाया में आराम करने के उद्देश्य से कुछ देर के लिये रुकती हैं तो उन्हें नींद की झपकी आ जाती है। पतरौल (वन विभाग कर्मचारी, वनसंरक्षक) आने पर उनकी नींद खुलती है और उन्हें छुपना पड़ता है।
शाम की शीतल धूप अब अब छिपने लगी है। कहीं दूर पहाड़ों के पीछे से चांदनी हंसने लगी है। अचानक ही रात आ पहुंचती है। फूल और परिन्दे अपने पेड़ों की डालियों पर जा कर सो गये हैं।
गीत
चम चमा चम, चम-चम चम-चम चम्म चमकि, चमकि चम्म चमकि घाम कांठ्यूं मां
हिवांलि कांठि चांदि की बणि गैनि, हिवांलि कांठि चांदि की बणि गैनि (कोरस)
बणि गैनि… बणि गैनि…
हिवांलि कांठि चांदि की बणि गैनि, हिवांलि कांठि चांदि की बणि गैनि (कोरस)
शिव का कैलाशु ग्याइ पैलि-पैलि घाम,
शिव का कैलाशु ग्याइ पैलि -पैलि घाम (कोरस)
सेवा लगौणुं आइ बदरी का धाम.. बे..
बदरी का धाम बे बदरी का धाम (कोरस)
सर्र फैलि, फैलि, सर्र फैलि- घाम डांडों मां
पौलि पन्छि डांड़ि डाल बौटि बिजि गैनि, पौलि पन्छि डांड़ि डाल बौटि बिजि गैनि (कोरस)
बिजि गैनि… बिजि गैनि
हिवांलि कांठि चांदि की बणि गैनि, हिवांलि कांठि चांदि की बणि गैनि (कोरस)
ठण्डु -माठु चड़ि घाम फुलुं की पाख्युं मां
ठण्डु-माठु चड़ि घाम फुलुं की पाख्युं मां (कोरस)
लागि कुतगैलि तौंकी नागि काख्युं मां …बे…
नागि काख्युं मां बे नागि काख्युं मां (कोरस)
खिच्च हैसनि, हैसनि, खिच्च हैसनि फूल डाल्यूं मां
भौंरा पौतेला रंगमत बणी गैनि, भौंरा पौतेला रंगमत बणी गैनि (कोरस)
बणी गैनि.. बणी गैनि
हिवांलि कांठि चांदि की बणि गैनि, हिवांलि कांठि चांदि की बणि गैनि (कोरस)
डांड़ि कांठि बिजालि पौंचि घाम गौं मां
डांड़ि कांठि बिजालि पौंचि घाम गौं मां (कोरस)
सुनिन्द पौड़ि छे बेटि ब्वारि ड्यरौं मां.. बे…
ब्वारि ड्यरौं मां बे ब्वारि ड्यरौं मां..(कोरस)
झम्म झौल, झौल, झम्म झौल लागि आख्यूं मां
मायादार आख्यूं का सुपिन्या उड़ि गैनि, मायादार आख्यूं का सुपिन्या उड़ि गैनि (कोरस)
उड़ि गैनि..उड़ि गैनि
हिवांलि कांठि चांदि की बणि गैनि, हिवांलि कांठि चांदि की बणि गैनि (कोरस)
छुयुं मां बिसै गैनि पन्देरु मां पन्देनि
छुयुं मां बिसै गैनि पन्देरु मां पन्देनि (कोरस)
भांणि पुरि गैनि तौकि छुईं नी पुरैनि ..बे…
छुईं नी पुरैनि बे छुईं नी पुरैनि (कोरस)
खल्ल खतै, खतै, खल्ल खतै घाम मुखुड़्युं मां
बिजादिनि मुखड़ि सुना कि बणि गैनि, बिजादिनि मुखड़ि सुना कि बणि गैनि (कोरस)
बणि गैनि..बणि गैनि
हिवांलि कांठि चांदि की बणि गैनि, हिवांलि कांठि चांदि की बणि गैनि (कोरस)
दोफारामां लागि जब बणुं मां घाम तैलु
दोफारामां लागि जब बणुं मां घाम तैलु (कोरस)
बैठि गैनि घसेरि बिसै कि डाला छैलु
बिसै कि डाला तैलु,बिसै कि डाला छैलु (कोरस)
गर्र निन्द, निन्द, गर्र निन्द पड़ि छैलु मां
आइ पतरौलु अर घसेरि लुकि गैनि, आइ पतरौलु अर घसेरि लुकि गैनि (कोरस)
बणि गैनि..बणि गैनि
हिवांलि कांठि चांदि की बणि गैनि, हिवांलि कांठि चांदि की बणि गैनि (कोरस)
ब्याकुलि कु सिलु घाम पैटण बैठि गै
ब्याकुलि कु सिलु घाम पैटण बैठि गै(कोरस)
डाड़्यु का पिछड़ि ज्यूंन हैसण बैठि गै
हैसन बैठि गै बे हैसण बैठि गै(कोरस)
झम्म रात, रात, झम्म रात पौड़ि रौल्यूं मां
फूल-पंछि डाड़ि डालि पौचि सैई गैनि, फूल-पंछि डाड़ि डालि पौचि सैई गैनि (कोरस)
सैई गैनि.. सैई गैनि
फूल-पंछि डाड़ि डालि पौचि सैई गैनि, फूल-पंछि डाड़ि डालि पौचि सैई गैनि (कोरस)
फूल-पंछि डाड़ि डालि पौचि सैई गैनि, फूल-पंछि डाड़ि डालि पौचि सैई गैनि (कोरस)
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