दर्द तो रुकने का अब नाम नहीं लेता है सब्र से दिल भी मेरा काम नहीं लेता है

दर्द तो रुकने का अब नाम नहीं लेता है
सब्र से दिल भी मेरा काम नहीं लेता है

जबसे बक्शे है आँखों को आंसू तुने
तबसे दीवाना दिल आराम नहीं लेता है
सब्र से दिल भी मेरा काम नहीं लेता है

इतना संग दिल है के बर्बाद वो करके मुझको
आपने सर कोई भी इलज़ाम नहीं लेता है
सब्र से दिल भी मेरा काम नहीं लेता है

ये इनायत भी नहीं कम मेरे हरजाई की
ज़ख़्म देता है मगर दाम नहीं लेता है
सब्र से दिल भी मेरा काम नहीं लेता है

दर्द तो रुकने का अब नाम नहीं लेता है
सब्र से दिल भी मेरा काम नहीं लेता है

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