सुमा हे निहोणया सुमा डांडा नजा





सुमा हे निहोणया सुमा
डांडा नजा

भावार्थ : सत्रह साल की सुमा चंचल, शरारती व हठी लड़की है। एक शाम वह लकड़ी-घास लाने के लिये जंगल जाना चाहती है लेकिन सुमा के माता-पिता उसको इस बारिश से भीगी शाम में जंगल जाने के लिये मना करते हैं। सुमा के गांव के आस-पास आदमखोर बाघ का आतंक फैला हुआ है। उस बाघ का डर दिखा कर सुमा के माता-पिता सुमा को घर पर ही रोकना चाहते हैं लेकिन घर पर घास-लकड़ी लाना भी जरूरी है, यह सोचकर सुमा घर वालों की बात को अनदेखा करते हुए जंगल चली जाती है और बाघ के हाथों मारी जाती है।
गाने की अन्तिम चार-पांच अन्तरों में बताया गया है कि किस प्रकार बाघ ने घात लगाकर सुमा को अपना शिकार बनाया, बांज के पेड़ के पास खून से सने उसके कपड़े देखकर अन्य घसियारिनों ने इसकी सूचना गांव वालों को दी। सुमा की जगह-जगह से नुची, अधखाई लाश देखकर पूरे गांव के लोग सुबक-सुबक कर रो पड़े। गायक कहता है कि सुमा तेरे लिये तेरा सत्रहवां साल अपशकुनी रहा। अन्तिम पंक्तियों में इस बात का पता चलता है कि सुमा के माता-पिता उसके लिये वर खोज रहे थे और आने वाली बैशाख की दसवीं तिथि को सुमा का हाथ मांगने के लिये लोग आने वाले थे।

गीत

सुमा हे निहोणया सुमा
डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया सुमा
डांडा नजा (कोरस)
सुमा हे निहोणया सुमा
डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया सुमा
डांडा नजा (कोरस)
लाडा की ब्याटुली सुमा डांडा नजा, यखूली-यखूली सुमा…..
डांडा नजा (कोरस)
यखूली-यखूली सुमा….डांडा नजा…(कोरस)
सुमा हे निहोणया सुमा,डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया सुमा, डांडा नजा (कोरस)
मुच्छ्यालू जग्यु चा सुमा मुच्छ्यालू जग्यु चा
मुच्छ्यालू जग्यु चा सुमा मुच्छ्यालू जग्यु चा (कोरस)
मुच्छ्यालू जग्यु चा सुमा मुच्छ्यालू जग्यु चा
मुच्छ्यालू जग्यु चा सुमा मुच्छ्यालू जग्यु चा (कोरस)
तै बैरी का वण सूमा, डांडा नजा…., मनस्वाग लग्यु चा सुमा,
डांडा नजा…..(कोरस)
मनस्वाग लग्यु चा सुमा डांडा नजा (कोरस)
सुमा हे निहोणया सुमा,डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया सुमा, डांडा नजा (कोरस)
धुंवे की धुवेंड़ी सुमा धुंवे की धुवेंड़ी
धुंवे की धुवेंड़ी सुमा धुंवे की धुवेंड़ी (कोरस)
धुंवे की धुवेंड़ी सुमा धुंवे की धुवेंड़ी
धुंवे की धुवेंड़ी सुमा धुंवे की धुवेंड़ी (कोरस)
उनी लग्यु चौमास सुमा, डांडा नजा, उनि घोणी कुयेड़ी सुमा.
डांडा नजा..,(कोरस)
उनि घोणी कुयेड़ी सुमा डांडा नजा,
सुमा हे निहोणया सुमा,डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया सुमा, डांडा नजा (कोरस)
खैणी त जिल्की सुमा खैणी त जिल्की
खैणी त जिल्की सुमा खैणी त जिल्की (कोरस)
खैणी त जिल्की सुमा खैणी त जिल्की
खैणी त जिल्की सुमा खैणी त जिल्की (कोरस)
दोब्दु दोब्दु बाघ डांडा नजा, चरघिटी बिल्कि सुमा
डांडा नजा (कोरस)
चरघिटी बिल्कि सुमा सुमा डांडा नजा (कोरस)
सुमा हे निहोणया सुमा,डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया सुमा, डांडा नजा (कोरस)
बांजा की अछ्याणी सुमा बांजा की अछ्याणी
बांजा की अछ्याणी सुमा बांजा की अछ्याणी (कोरस)
बांजा की अछ्याणी सुमा बांजा की अछ्याणी
बांजा की अछ्याणी सुमा बांजा की अछ्याणी (कोरस)
तेरी चीरिन लती कापडी डांडा नजा…,
घसेरियून पछ्याणी सुमा
डांडा नजा.. (कोरस)
घसेरियून पछ्याणी सुमा सुमा डांडा नजा,.. (कोरस)
सुमा हे निहोणया सुमा,डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया सुमा, डांडा नजा (कोरस)
गोरु मा कि ग्वेनी सुमा गोरु मा की ग्वेनि
गोरु मा कि ग्वेनी सुमा गोरु मा की ग्वेनि (कोरस)
गोरु मा कि ग्वेनी सुमा गोरु मा की ग्वेनि
गोरु मा कि ग्वेनी सुमा गोरु मा की ग्वेनि (कोरस)
अधखायी तेरी लांश देखि , डांडा नजा, सैर्या गों का रूवेनी सुमा
डांडा नजा (कोरस)
सैरा गों का रवेनी सुमा डांडा नजा (कोरस)
सुमा हे निहोणया सुमा,डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया सुमा, डांडा नजा (कोरस)
झंगोरू पसाई , सुमा झंगोरू पसाई
झंगोरू पसाई , सुमा झंगोरू पसाई (कोरस)
झंगोरू पसाई , सुमा झंगोरू पसाई
झंगोरू पसाई , सुमा झंगोरू पसाई (कोरस)
सत्रों बरस तेरु डांडा नजा…. अस्गुनी राइ सुमा
डांडा नजा (कोरस)
अस्गुनी राइ सुमा डांडा नजा (कोरस)
सुमा हे निहोणया सुमा,डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया सुमा, डांडा नजा (कोरस)
माछी मारी छाला सुमा माछी मारी छाला
माछी मारी छाला सुमा माछी मारी छाला (कोरस)
माछी मारी छाला सुमा माछी मारी छाला
माछी मारी छाला सुमा माछी मारी छाला (कोरस)
दस गती असाड़ तेरा डांडा नजा…, मंग्दारा आला सुमा डांडा नजा
मंग्दारा आला सुमा डांडा नजा… (कोरस)
सुमा हे निहोणया सुमा,डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया सुमा, डांडा नजा (कोरस)
डांडा नजा (कोरस), डांडा नजा (कोरस)
डांडा नजा (कोरस), डांडा नजा (कोरस)


Photo: Shayari गढवाली लोकगीत कुमाँऊनी लोकगीत कविता कोश हिन्दी कविताएँ
सुमा हे निहोणया  सुमा
डांडा नजा
भावार्थ : सत्रह साल की सुमा चंचल, शरारती व हठी लड़की है। एक शाम वह लकड़ी-घास लाने के लिये जंगल जाना चाहती है लेकिन सुमा के माता-पिता उसको इस बारिश से भीगी शाम में जंगल जाने के लिये मना करते हैं। सुमा के गांव के आस-पास आदमखोर बाघ का आतंक फैला हुआ है। उस बाघ का डर दिखा कर सुमा के माता-पिता सुमा को घर पर ही रोकना चाहते हैं लेकिन घर पर घास-लकड़ी लाना भी जरूरी है, यह सोचकर सुमा घर वालों की बात को अनदेखा करते हुए जंगल चली जाती है और बाघ के हाथों मारी जाती है।
गाने की अन्तिम चार-पांच अन्तरों में बताया गया है कि किस प्रकार बाघ ने घात लगाकर सुमा को अपना शिकार बनाया, बांज के पेड़ के पास खून से सने उसके कपड़े देखकर अन्य घसियारिनों ने इसकी सूचना गांव वालों को दी। सुमा की जगह-जगह से नुची, अधखाई लाश देखकर पूरे गांव के लोग सुबक-सुबक कर रो पड़े। गायक कहता है कि सुमा तेरे लिये तेरा सत्रहवां साल अपशकुनी रहा। अन्तिम पंक्तियों में इस बात का पता चलता है कि सुमा के माता-पिता उसके लिये वर खोज रहे थे और आने वाली बैशाख की दसवीं तिथि को सुमा का हाथ मांगने के लिये लोग आने वाले थे।
गीत
सुमा हे निहोणया  सुमा
डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया  सुमा
डांडा नजा (कोरस)
सुमा हे निहोणया  सुमा
डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया  सुमा
डांडा नजा (कोरस)
लाडा  की ब्याटुली  सुमा डांडा नजा, यखूली-यखूली सुमा…..
डांडा नजा (कोरस)
यखूली-यखूली सुमा….डांडा नजा…(कोरस)
सुमा हे निहोणया  सुमा,डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया  सुमा, डांडा नजा (कोरस)
मुच्छ्यालू  जग्यु  चा  सुमा  मुच्छ्यालू जग्यु चा
मुच्छ्यालू जग्यु चा सुमा मुच्छ्यालू  जग्यु चा (कोरस)
मुच्छ्यालू  जग्यु  चा  सुमा  मुच्छ्यालू जग्यु चा
मुच्छ्यालू  जग्यु  चा  सुमा  मुच्छ्यालू जग्यु चा (कोरस)
तै  बैरी  का वण   सूमा, डांडा नजा…., मनस्वाग   लग्यु  चा सुमा,
डांडा नजा…..(कोरस)
मनस्वाग लग्यु चा सुमा डांडा नजा (कोरस)
सुमा हे निहोणया  सुमा,डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया  सुमा, डांडा नजा (कोरस)
धुंवे  की धुवेंड़ी   सुमा धुंवे  की धुवेंड़ी
धुंवे  की धुवेंड़ी   सुमा धुंवे  की धुवेंड़ी  (कोरस)
धुंवे  की धुवेंड़ी   सुमा धुंवे  की धुवेंड़ी
धुंवे  की धुवेंड़ी   सुमा धुंवे  की धुवेंड़ी (कोरस)
उनी  लग्यु चौमास  सुमा, डांडा नजा, उनि घोणी  कुयेड़ी  सुमा.
डांडा नजा..,(कोरस)
उनि घोणी  कुयेड़ी  सुमा डांडा नजा,
सुमा हे निहोणया  सुमा,डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया  सुमा, डांडा नजा (कोरस)
खैणी  त  जिल्की  सुमा खैणी  त  जिल्की
खैणी  त  जिल्की  सुमा खैणी  त  जिल्की (कोरस)
खैणी  त  जिल्की  सुमा खैणी  त  जिल्की
खैणी  त  जिल्की  सुमा खैणी  त  जिल्की (कोरस)
दोब्दु   दोब्दु बाघ   डांडा नजा, चरघिटी  बिल्कि  सुमा
डांडा नजा (कोरस)
चरघिटी  बिल्कि  सुमा  सुमा डांडा नजा (कोरस)
सुमा हे निहोणया  सुमा,डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया  सुमा, डांडा नजा (कोरस)
बांजा  की अछ्याणी  सुमा बांजा की अछ्याणी
बांजा  की अछ्याणी  सुमा बांजा की अछ्याणी (कोरस)
बांजा  की अछ्याणी  सुमा बांजा की अछ्याणी
बांजा  की अछ्याणी  सुमा बांजा की अछ्याणी (कोरस)
तेरी चीरिन  लती  कापडी  डांडा नजा…,
घसेरियून   पछ्याणी   सुमा
डांडा नजा.. (कोरस)
घसेरियून   पछ्याणी   सुमा सुमा  डांडा नजा,.. (कोरस)
सुमा हे निहोणया  सुमा,डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया  सुमा, डांडा नजा (कोरस)
गोरु  मा  कि ग्वेनी  सुमा गोरु मा की ग्वेनि
गोरु  मा  कि ग्वेनी  सुमा गोरु मा की ग्वेनि (कोरस)
गोरु  मा  कि ग्वेनी  सुमा गोरु मा की ग्वेनि
गोरु  मा  कि ग्वेनी  सुमा गोरु मा की ग्वेनि (कोरस)
अधखायी   तेरी लांश देखि , डांडा नजा, सैर्या गों  का रूवेनी  सुमा
डांडा नजा (कोरस)
सैरा  गों का रवेनी सुमा डांडा नजा (कोरस)
सुमा हे निहोणया  सुमा,डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया  सुमा, डांडा नजा (कोरस)
झंगोरू  पसाई , सुमा झंगोरू  पसाई
झंगोरू  पसाई , सुमा झंगोरू  पसाई (कोरस)
झंगोरू  पसाई , सुमा झंगोरू  पसाई
झंगोरू  पसाई , सुमा झंगोरू  पसाई (कोरस)
सत्रों  बरस तेरु  डांडा नजा…. अस्गुनी  राइ  सुमा
डांडा नजा (कोरस)
अस्गुनी  राइ  सुमा डांडा नजा (कोरस)
सुमा हे निहोणया  सुमा,डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया  सुमा, डांडा नजा (कोरस)
माछी  मारी  छाला  सुमा माछी  मारी  छाला
माछी  मारी  छाला  सुमा माछी  मारी  छाला  (कोरस)
माछी  मारी  छाला  सुमा माछी  मारी  छाला
माछी  मारी  छाला  सुमा माछी  मारी  छाला (कोरस)
दस  गती  असाड़  तेरा डांडा नजा…, मंग्दारा  आला सुमा डांडा नजा
मंग्दारा  आला सुमा डांडा नजा… (कोरस)
सुमा हे निहोणया  सुमा,डांडा नजा (कोरस)
नजा हे खडोणया  सुमा, डांडा नजा (कोरस)
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