दादू मेरी उल्यारू जिकुड़ी दादू मी पर्वतों को वासी

दादू मेरी उल्यारू जिकुड़ी दादू मी पर्वतों को वासी
दादू मेरी सोंज्यड़या च काकू दादू मेरी गेल्या च हिलांसी !
छायो मी बाजी को पियारो छायो मी मांजी को लाडूलो
छो मेरा गोला को हंसुलो दादू रे बोजी को बिटूलो !
दादू मिन रोसल्युन का बीच बैठी की बांसुली बजैनी
दादू मिन चैरी की चुलाखूयूँ चलखदा हुंयु चुला देखिनी !
देखि मिन म्वआरयूँ को रुनाट दादू रे कौथिग का थाल
दादू रे बे पोतली देखिनी लेन मिन रेशमी रुमाल !
दादू वो रूडी का कौथिग सुयुन्द सी सैंडा माँ की कूल
दादू वो सोंज्यड़यों की टोल व्हेग्यायी तिम्ला को फूल !
दादू रे उडमिला बुरांसुन लुछीन भोरों की जिकुड़ी
दादू रे किन्गोडयों का बीच देखदी मिन हेन्स्दी फ्युन्लाड़ी !
झुमकी सी तुड तुड़ी मंगरी मखमली हेरी से अंगडी
हिल्वार्यों हल्क्दी धोपैली घुन्कदी लोंक्दी कुयेडी !

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